Monday, February 07, 2011

ये है टी.व्ही.का ज्ञान


ये है टी.व्ही.का ज्ञान

एक मात्र ही शेष बची है मर्दों की पहचान।
जो सरटेक्स कम्पनी के पहिने चड्डी बनियान।।
ये है टी.व्ही.का ज्ञान।।

नये एरियल डिटर्जेन्ट से जो कपड़े धोता है
मेकेनिक से इंजीनियर वहीं तुरन्त होता है
ठंडे का मतलब केवल कोका कोला होता है
जो अन्दर फिट होता है बाहर भी हिट होता है
जो जितने कम कपड़े पहिने विश्वसुन्दरी मान।।
ये है टी.व्ही.का ज्ञान।।

आज समूचा भारत पेप्सी पीकर ही जीता है
पहले तो इंसान मगर अब चीता भी पीता है्
तीस रुपट्टी में आजादी मिलती इतनी सस्ती
गुटका खाकर बुड्ढ़ा भी करने लगता मस्ती
वृक्ष लगा उतरो पड़ोस की छत पर सीना तान।।
ये है टी.व्ही.का ज्ञान।।

कठिन पुरानी योगक्रिया के चक्कर में मत पड़िये
ले एक्सन के सूज पहनिये रोज हवा में उड़िये
दीवारों पर कभी भूलकर चूना मत वापरिये
लड़की की शादी करना हो विरला व्हाइट करिये
पच्चीस नाइन्टी नाइन लेकर बनये इंसान।.
ये है टी.व्ही.का ज्ञान।।

कोई कम्पनी गोविन्दा को बेहूदा नचवाती
कान पकड़कर बिग बी बच्चन को बैठक लगवाती
चाकलेट में हीरोइन कपड़े उतार देती है
गूटका खाओ तो कोइ लड़की पीछे हो लेती है
बुद्धिमान तो खाये चवाजा बुद्धू खाये पान।.
ये है टी.व्ही.का ज्ञान।।

सुन्दरियों के वक्षस्थल में मन्त्री जी रहते हैं
जो भी मन्त्री खाते हैं वे ही मन्त्री रहते है
कम्बल साल ओढ़ते जो अपमान सदा सहते है
जो न पहनते लक्स सूट उनको उल्लू कहते हैं
अन्दर की बातें बतलाते सुनो लगाकर कान।।
ये है टी.व्ही.का ज्ञान।।

नहीं जानते आप प्यार का रंग लाल होता है
लाल चाय पीने से दिल भी लाल लाल होता है
जहाँ पताका चाय वहाँ का ट्राफिक रुक जाता है
वाह ताज पीने वालों का तबला बज जाता है
दूध तो केवल बिल्ली पीती चाय पियें श्रीमान।।
ये है टी.व्ही.का ज्ञान।।

दिन भर जो टी.व्ही देखे तो टी.बी. हो जायेगी
बच्चे होंगे ढ़ेर मगर फिर बीबी खो जायेगी
दुःख भोगने की फिर सारी युक्ति मिल जायेगी
इसी तरह जल्दी जीवन से मुक्ति मिल जायेगी
मिले मुफ्त में उसे नरक में टी.व्ही की दूकान
ये है टी.व्ही.का ज्ञान।।